Sanskrit mein ginti :- संस्कृत की गिनती ( Sanskrit mein ginti ) बताने से पहले हम आपको संस्कृत के बारें में आपको कुछ बाते बता देते हैं । आप संस्कृत को एक भाषा के रूप में जानते ही होगें। पर संस्कृत भाषा के बारें में और भी बहुत सी ऐसी बाते हैं जिनके बारें आप को जान लेना चाहिए।
संस्कृत भाषा की कुछ विशेषताएं-
(1) संस्कृत, विश्व की सबसे पुरानी पुस्तक (वेद) की भाषा है। इसलिए इसे विश्व की प्रथम भाषा मानने में कहीं किसी संशय की संभावना नहीं है।
(2) इसकी सुस्पष्ट व्याकरण और वर्णमाला की वैज्ञानिकता के कारण सर्वश्रेष्ठता भी स्वयं सिद्ध है।
(3) सर्वाधिक महत्वपूर्ण साहित्य की धनी होने से इसकी महत्ता भी निर्विवाद है।
(4) इसे देवभाषा माना जाता है।
(5) संस्कृत केवल स्वविकसित भाषा नहीं बल्कि संस्कारित भाषा भी है, अतः इसका नाम संस्कृत है। केवल संस्कृत ही एकमात्र भाषा है जिसका नामकरण उसके बोलने वालों के नाम पर नहीं किया गया है।
(6) शब्द-रूप – विश्व की सभी भाषाओं में एक शब्द का एक या कुछ ही रूप होते हैं, जबकि संस्कृत में प्रत्येक शब्द के 27 रूप होते हैं।
(7) द्विवचन – सभी भाषाओं में एकवचन और बहुवचन होते हैं जबकि संस्कृत में द्विवचन अतिरिक्त होता है।
(8) सन्धि – संस्कृत भाषा की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता है सन्धि। संस्कृत में जब दो अक्षर निकट आते हैं तो वहाँ सन्धि होने से स्वरूप और उच्चारण बदल जा है ।
(9) इसे कम्प्यूटर और कृत्रिम बुद्धि के लिए सबसे उपयुक्त भाषा माना जाता है।
(10) शोध से ऐसा पाया गया है कि संस्कृत पढ़ने से स्मरण शक्ति बढ़ती है।
(11) संस्कृत वाक्यों में शब्दों को किसी भी क्रम में रखा जा सकता है। इससे अर्थ का अनर्थ होने की बहुत कम या कोई भी सम्भावना नहीं होती। ऐसा इसलिये होता है क्योंकि सभी शब्द विभक्ति और वचन के अनुसार होते हैं और क्रम बदलने पर भी सही अर्थ सुरक्षित रहता है। जैसे – अहं गृहं गच्छामि या गच्छामि गृहं अहम् दोनो ही ठीक हैं।
(12) संस्कृत विश्व की सर्वाधिक ‘पूर्ण’ (perfect) एवं तर्कसम्मत भाषा है।
(13) संस्कृत ही एक मात्र साधन हैं जो क्रमश: अंगुलियों एवं जीभ को लचीला बनाते हैं। इसके अध्ययन करने वाले छात्रों को गणित, विज्ञान एवं अन्य भाषाएँ ग्रहण करने में सहायता मिलती है।
(14) संस्कृत भाषा में साहित्य की रचना कम से कम छह हजार वर्षों से निरन्तर होती आ रही है। इसके कई लाख ग्रन्थों के पठन-पाठन और चिन्तन में भारतवर्ष के हजारों पुश्त तक के करोड़ों सर्वोत्तम मस्तिष्क दिन-रात लगे रहे हैं और आज भी लगे हुए हैं। पता नहीं कि संसार के किसी देश में इतने काल तक, इतनी दूरी तक व्याप्त, इतने उत्तम मस्तिष्क में विचरण करने वाली कोई भाषा है या नहीं। शायद नहीं है। दीर्घ कालखण्ड के बाद भी असंख्य प्राकृतिक तथा मानवीय आपदाओं (वैदेशिक आक्रमणों) को झेलते हुए आज भी ३ करोड़ से अधिक संस्कृत पाण्डुलिपियाँ विद्यमान हैं। यह संख्या ग्रीक और लैटिन की पाण्डुलिपियों की सम्मिलित संख्या से भी 100 गुना अधिक है। निःसंदेह ही यह सम्पदा छापाखाने के आविष्कार के पहले किसी भी संस्कृति द्वारा सृजित सबसे बड़ी सांस्कृतिक विरासत है।
(15) संस्कृत केवल एक मात्र भाषा नहीं है अपितु संस्कृत एक विचार है। संस्कृत एक संस्कृति है एक संस्कार है संस्कृत में विश्व का कल्याण है, शांति है, सहयोग है, वसुधैव कुटुम्बकम् की भावना है।
Sanskrit mein ginti | Sanskrit counting 1 to 100
( Number ) संस्कृत में गिनती
क्रम ( Number ) | संस्कृत ( Sanskrit ) | हिंदी (Hindi) | अंग्रेजी ( English ) |
---|---|---|---|
1 | प्रथमः | एक | One |
2 | द्वितीयः | दो | Two |
3 | तृतीयः, त्रीणि | तीन | Three |
4 | चतुर्थः | चार | Four |
5 | पंचमः | पाँच | Five |
6 | षष्टः | छः | Six |
7 | सप्तमः | सात | Seven |
8 | अष्टमः | आठ | Eight |
9 | नवमः | नौ | Nine |
10 | दशमः | दस | Ten |
11 | एकादशः | ग्यारह | Eleven |
12 | द्वादशः | बारह | Twelve |
13 | त्रयोदशः | तेरह | Thirteen |
14 | चतुर्दशः | चौदह | Fourteen |
15 | पंचदशः, पञ्चदश | पन्द्रह | Fifteen |
16 | षोड़शः | सोलह | Sixteen |
17 | सप्तदशः | सत्रह | Seventeen |
18 | अष्टादशः | अठारह | Eighteen |
19 | एकोनविंशतिः, ऊनविंशतिः | उन्नीस | Nineteen |
20 | विंशतिः | बीस | Twenty |
21 | एहेतुंशतिः | इक्कीस | Twenty One |
22 | द्वाविंशतिः | बाइस | Twenty Two |
23 | त्रयोविंशतिः | तेइस | Twenty Three |
24 | चतुर्विंशतिः | चौबीस | Twenty Four |
25 | पञ्चविंशतिः | पच्चीस | Twenty Five |
26 | षड्विंशतिः | छब्बीस | Twenty Six |
27 | सप्तविंशतिः | सत्ताईस | Twenty Seven |
28 | अष्टविंशतिः | अट् ठाईस | Twenty Eight |
29 | नवविंशतिः, एकोनत्रिंशत् | उनतीस | Twenty Nine |
30 | त्रिंशत् | तीस | Thirty |
31 | एकत्रिंशत् | इकत्तीस | Thirty One |
32 | द्वात्रिंशत् | बत्तीस | Thirty Two |
33 | त्रयस्त्रिंशत् | तेतीस | Thirty Three |
34 | चतुर्त्रिंशत् | चौतीस | Thirty Four |
35 | पञ्चत्रिंशत् | पैंतीस | Thirty Five |
36 | षट्त्रिंशत् | छत्तीस | Thirty Six |
37 | सप्तत्रिंशत् | सैंतीस | Thirty Seven |
38 | अष्टात्रिंशत् | अड़तीस | Thirty Eight |
39 | ऊनचत्वारिंशत्, एकोनचत्वारिंशत्, | उनतालीस | Thirty Nine |
40 | चत्वारिंशत् | चालीस | Forty |
41 | एकचत्वारिंशत् | इकतालीस | Forty One |
42 | द्वाचत्वारिंशत् | बियालीस | Forty Two |
43 | त्रिचत्वारिंशत् | तेतालीस | Forty Three |
44 | चतुश्चत्वारिंशत् | चबालीस | Forty Four |
45 | पंचचत्वारिंशत् | पैंतालीस | Forty Five |
46 | षट्चत्वारिंशत् | छियालीस | Forty Sic |
47 | सप्तचत्वारिंशत् | सैंतालीस | Forty Seven |
48 | अष्टचत्वारिंशत् | अड़तालीस | Forty Eight |
49 | एकोनपञ्चाशत्, ऊनचत्वारिंशत् | उडनचास | Forty Nine |
50 | पञ्चाशत् | पचास | Fifty |
51 | एकपञ्चाशत् | इकक्यावन | Fifty One |
52 | द्वापञ्चाशत् | बाबन | Fifty Two |
53 | त्रिपञ्चाशत् | तिरेपन | Fifty Three |
54 | चतुःपञ्चाशत् | चौबन | Fifty Four |
55 | पञ्चपञ्चाशत् | पच्पन | Fifty Five |
56 | षट्पञ्चाशत् | छप्पन | Fifty Six |
57 | सप्तपञ्चाशत् | सत्तावन | Fifty Seven |
58 | अष्टपञ्चाशत् | अट् ठावन | Fifty Eight |
59 | एकोनषष्टिः, ऊनषष्टिः | उनसठ | Fifty Nine |
60 | षष्टिः | साठ | Sixty |
61 | एकषष्टिः | इकसठ | Sixty One |
62 | द्विषष्टिः | बासठ | Sixty Two |
63 | त्रिषष्टिः | तिरेसठ | Sixty Three |
64 | चतुःषष्टिः | चौसठ | Sixty Four |
65 | पंचषष्टिः | पैसठ | Sixty Five |
66 | षट्षष्टिः | छियासठ | Sixty Six |
67 | सप्तषष्टिः | सडसठ | Sixty Seven |
68 | अष्टषष्टिः | अडसठ | Sixty Eight |
69 | एकोनसप्ततिः, ऊनसप्ततिः | उनहत्तर | Sixty Nine |
70 | सप्ततिः | सत्तर | Seventy |
71 | एकसप्ततिः | इकहत्तर | Seventy One |
72 | द्विसप्ततिः | बहत्तर | Seventy Two |
73 | त्रिसप्ततिः | तिहत्तर | Seventy Three |
74 | चतुःसप्ततिः | चौहत्तर | Seventy Four |
75 | पंचसप्ततिः | पिचत्तर | Seventy Five |
76 | षट्सप्ततिः | छियत्तर | Seventy Six |
77 | सप्तसप्ततिः | सतत्तर | Seventy Seven |
78 | अष्टसप्ततिः | अठत्तर | Seventy Eight |
79 | नवसप्ततिः, एकोनाशीतिः, ऊनाशीतिः | उनयासी | Seventy Nine |
80 | अशीतिः | अस्सी | Eighty |
81 | एकाशीतिः | इक्यासी | Eighty One |
82 | द्वाशीतिः | बियासी | Eighty Two |
83 | त्रयाशीतिः | तिरासी | Eighty Three |
84 | चतुराशीतिः | चौरासी | Eighty Four |
85 | पंचाशीतिः | पिच्चासी | Eighty Five |
86 | षडशीतिः | छियासी | Eighty Six |
87 | सप्ताशीतिः | सत्तासी | Eighty Seven |
88 | अष्टाशीतिः | अट् ठासी | Eighty Eight |
89 | नवाशीतिः, एकोननवतिः, ऊननवतिः | नवासी | Eighty Nine |
90 | नवतिः | नब्बे | Ninety |
91 | एकनवतिः | इक्यानवे | Ninety One |
92 | द्वानवतिः | बानवे | Ninety Two |
93 | त्रिनवतिः | तिरानवे | Ninety Three |
94 | चतुर्नवतिः | चौरानवे | Ninety Four |
95 | पंचनवतिः | पिचानवे | Ninety Five |
96 | षण्णवतिः | छियानवे | Ninety Six |
97 | सप्तनवतिः | सतानवे | Ninety Seven |
98 | अष्टनवतिः, अष्टानवतिः | अठानवे | Ninety Eight |
99 | नवनवतिः, एकोनशतम्, ऊनशतम् | निन्यानवे | Ninety Nine |
100 | शतम्, एकशतम् | सौ, एक सौ | Hundred, One hundred |
101 | एकाधिक शतम् | एक सौ एक | One hundred one |
1000 | सहसम्र | एक हजार | One Thousand |
10000 | अयुतम् | दस हजार | Ten Thousand |
100000 | लक्षम् | एक लाख | One Lakh |
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